Updated: 11-07-2025 at 5:34 PM
1k
🚀
10M+
Reach – Join the
Movement!
❓
50K+
Queries Answered
- Ask Yours Today!
🔥
1.5L+
Users Benefiting
- Why Not You?
🚀
10M+
Reach – Join the
Movement!
❓
50K+
Queries Answered
- Ask Yours Today!
🔥
1.5L+
Users Benefiting
- Why Not You?
भारत सरकार ने पीएम श्री योजना (प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया) की शुरुआत भारत की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए की है। इस योजना के तहत देशभर के 14,500 स्कूलों को नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुसार विकसित किया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य समावेशी विकास, बहु-स्किल शिक्षा, आधुनिक डिजिटल लर्निंग और छात्रों के भविष्य के कौशल को विकसित करना है।
और पढ़ें: पीएम सूर्य घर योजना
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पीएम श्री योजना |
PM SHRI योजना का पूरा नाम | प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया |
शुरुआत की गई | शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा |
शुरुआत का वर्ष | 2022 |
स्कूलों की संख्या | पूरे भारत में 14,500 |
PM श्री योजना क्या है | स्कूलों को NEP 2020 के अनुरूप मॉडल संस्थानों में बदलना |
लाभार्थी | विभिन्न क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों के छात्र |
पाठ्यक्रम का फोकस | समग्र, बहु-विषयक शिक्षा और 21वीं सदी के कौशल |
इन्फ्रास्ट्रक्चर | स्मार्ट क्लासरूम, लैब्स, डिजिटल लाइब्रेरी और पर्यावरण-अनुकूल परिसर |
पीएम श्री योजना का पूरा नाम है प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया। यह भारत सरकार की एक योजना है, जिसका उद्देश्य मौजूदा सरकारी स्कूलों को नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सभी पहलुओं के अनुसार मॉडल स्कूलों में बदलना है। इन स्कूलों में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल उपकरण और नवाचारी (इनोवेटिव) पढ़ाने के तरीके अपनाए जाएंगे ताकि छात्रों को संतुलित, समावेशी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल सके।
NEP 2020 के अनुसार शिक्षा स्तर को सुधारना।
छात्रों को उन्नत डिजिटल उपकरणों तक मुफ्त पहुंच देना।
स्मार्ट क्लासरूम और ई-लाइब्रेरी की नई सुविधा देना।
रचनात्मकता, जीवन कौशल और टिकाऊ विकास पर ध्यान देना।
शहरों और गांवों के बीच की शिक्षा की खाई को पाटना।
इस योजना के माध्यम से छात्रों को एक नया, डिजिटल और समावेशी शिक्षा माहौल मिलेगा, जिससे वे हर तरह से संतुलित और सक्षम बन सकें।
पीएम श्री योजना के कई लाभ हैं, जो इसे लोगों के लिए उपयोगी और आकर्षक बनाते हैं। इसके कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
यह सरकारी योजना नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशा-निर्देशों पर आधारित है।
योजना का खास ध्यान मुख्य विषयों जैसे भाषाएं, विज्ञान-गणित (STEM), सामाजिक विज्ञान और कला पर है।
योजना को समग्र (holistic) बनाने के लिए इसमें खेल, स्वास्थ्य और जीवन कौशल सिखाने के अवसर भी शामिल किए गए हैं।
इस योजना की एक खास बात यह है कि यह सीखने पर केंद्रित है, जिसमें अलग-अलग विषयों को आपस में जोड़कर अनुभव आधारित शिक्षा दी जाती है।
यह योजना लचीली (flexible) है और स्थानीय जरूरतों के अनुसार ढल सकती है, जिससे यह भारत के सभी लोगों के लिए उपयुक्त बनती है।
पीएम श्री स्कूलों के पाठ्यक्रम के पीछे का उद्देश्य है – समग्र (holistic) शिक्षा, जैसा कि NEP 2020 में बताया गया है। इन स्कूलों में सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि आज की दुनिया की समस्याओं को हल करने के तरीकों पर भी ध्यान दिया जाता है।
इस पाठ्यक्रम में पढ़ाई से जुड़े विषयों के साथ-साथ अतिरिक्त गतिविधियों (जैसे खेल, कला आदि) को भी शामिल किया गया है ताकि छात्रों का संपूर्ण विकास हो सके।
यह पाठ्यक्रम हर कक्षा और आयु वर्ग के अनुसार डिजाइन किया गया है, जिससे छात्र अपनी उम्र के अनुसार सही कौशल और योग्यताएं सीख सकें।
पीएम श्री स्कूलों में आधुनिक तकनीकी उपकरण भी उपलब्ध होंगे, ताकि पाठ्यक्रम को और बेहतर तरीके से पढ़ाया जा सके।
पीएम श्री स्कूल योजना पर काफी खर्च आता है, और इसे सफल बनाना भारत में कई तरह की समस्याओं के साथ आएगा। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम इन समस्याओं से निपटने के लिए टिकाऊ समाधान न खोजें।
छात्रों की अधिक अनुपस्थिति और ड्रॉपआउट (स्कूल छोड़ने) की दर इस योजना के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।
प्रशिक्षित स्टाफ की कमी एक और बड़ी समस्या हो सकती है, जो छात्रों की अनुपस्थिति को और बढ़ा सकती है।
ग्रामीण स्कूलों में बुनियादी ढांचे की कमी छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए रुकावट बन सकती है।
और पढ़ें: गुजरात लैपटॉप सहायता योजना क्या है?
पीएम श्री स्कूलों, खासकर ग्रामीण और उपेक्षित इलाकों में, जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें डिजिटल लर्निंग तकनीक के जरिए कम किया जा सकता है। सही उपकरणों का उपयोग करके शिक्षा को सभी के लिए सुलभ, रोचक और समावेशी बनाया जा सकता है।
डिजिटल समाधान से छात्रों और शिक्षकों को ढेर सारे ऑनलाइन कंटेंट तक पहुंच मिल सकती है।
हर छात्र की जरूरत के अनुसार उन्हें अलग-अलग तरीके से सीखने के अवसर दिए जा सकते हैं, जिससे उनकी शिक्षा यात्रा बेहतर ढंग से डिजाइन की जा सके।
शिक्षक डिजिटल पाठ योजनाओं और मूल्यांकन टूल्स की मदद से छात्रों के लिए एक स्पष्ट योजना बना सकते हैं और उन्हें होमवर्क दे सकते हैं।
मोबाइल या टैबलेट आधारित समाधान के जरिए बुनियादी ढांचे की कमी को पूरा किया जा सकता है, जिससे काम तेज़, प्रभावी और व्यवस्थित हो सकेगा।
पीएम श्री स्कूलों में कई तरह की तकनीकी सुविधाएं दी जाएंगी और इनका निर्माण एक निश्चित दिशा-निर्देश के अनुसार किया जाएगा:
स्मार्ट क्लासरूम में इंटरऐक्टिव स्क्रीन का नया और प्रभावी उपयोग।
टैबलेट कंटेंट को किताबों के रूप में प्रिंट किया जाएगा ताकि छात्र खुद से भी पढ़ सकें।
इंटरनेट न होने वाले क्षेत्रों में भी पढ़ाई का कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा।
छात्रों की सीखने की प्रगति की निगरानी MIS सिस्टम के जरिए की जाएगी।
पीएम श्री स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस सिर्फ स्क्रीन लगाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसका उद्देश्य कक्षा के अनुभव को बेहतर बनाना है — ताकि पढ़ाई ज्यादा इंटरऐक्टिव, रोचक और भविष्य के लिए उपयोगी बन सके।
कल्पनाशीलता और विज़ुअल लर्निंग में सुधार होगा।
शिक्षक और छात्र के बीच बातचीत को बढ़ावा मिलेगा।
सीखने की प्रगति को रियल-टाइम में मॉनिटर किया जा सकेगा।
शिक्षकों का बोझ कम होगा, क्योंकि उन्हें पढ़ाने के लिए जरूरी सभी सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
पीएम श्री स्कूलों में डिजिटल टैबलेट लाइब्रेरी का प्रभाव बहुत क्रांतिकारी हो सकता है, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में। इससे छात्रों को पूरी कक्षा की जानकारी उनकी उंगलियों पर मिल जाती है, जिससे पढ़ाई में लचीलापन, समानता और विस्तार की सुविधा मिलती है।
और पढ़ें: मुख्यमंत्री फ्री स्कूटी योजना की मदद से फ्री स्कूटी कैसे प्राप्त करें?
पीएम श्री योजना भारत के शिक्षा क्षेत्र को जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पारंपरिक तरीकों को तकनीक के साथ जोड़ती है – यानी रटने वाली पढ़ाई को डिजिटल टूल्स के साथ मिलाकर बेहतर शिक्षा की ओर ले जाती है। इसका उद्देश्य है — हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना।
बातचीत में शामिल हों और अपडेट रहें! Jaagruk Bharat कम्युनिटी पेज पर जाएं और हमारे साथ जुड़ें — जहां हम दिन-रात आपके लिए जरूरी जानकारी लाते हैं।
0
0
1k
0
0
1k Views
0
No comments available
Our Company
Home
About
T&C
Privacy Policy
Eula
Disclaimer Policy
Code of Ethics
Contact Us
Cancellation & Refund Policy
Categories
Women
Insurance
Finance
Tax
Travel
Transport & Infrastructure
Food
Entertainment
Communication
Government ID Cards
E-commerce
Traffic guidelines
Miscellaneous
Housing and Sanitation
Sports
Startup
Environment and Safety
Education
Agriculture
Social cause
Employment
Disclaimer: Jaagruk Bharat is a private organization offering support for documentation and government scheme access. We are not affiliated with any government body. Official services are available on respective government portals. Our goal is to make processes easier and more accessible for citizens.
All Copyrights are reserved by Jaagruk Bharat